गाँव पर शायरी – Best Village Life In Hindi Shayari

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Village Shayari In Hindi :- हेलो नमस्कार मेरे दोस्तो खास आप के लिए लाए हैं गाँव से जुड़ी शेरो-शायरी जैसे – Photos shayari, on Village status Quotes in Hindi जिस में आप सभी का स्वागत है गाँव किसे नहीं लुभाते भारतिय ग्रामीण की मनोरम की एक दृश्य हर कोई पाना चाहता है पर ये तो नसीब-नसीब की बात है कुछ लोग जो गाँव छोड़कर शहरों की ओर आकर्षित होकर प्रस्थान कर गये है उन्हे गाँव का महत्व तभी समझ मे आता है। जब वे धक्के – मार व जीवन से व्याकुल होकर अपने अतित मे झाकते है ।
Example:- शायरी कोट्स स्टेटस, Village Shayari, Village Status, Enjoying Village Life Quotes In Hindi मे हम कुछ नया व बेहतरीन शेरों-शायरी लाए हैं। आप के लिए जो यकीनन आपको अपने गाँव की याद दिला देगी…THANK YOU❤️

I Love Village life Quotes In Hindi

जिंदगी कभी धूप में तो कभी छांव में है,
जीवन जीने का असली मजा तो गांव में है ।।

गांव ना पाते थे पूरे नंगे पांव,
पैर जलने लगे जब से..
डिग्री सेल्सियस समझ आया ।।

गांव में दिखती नहीं है तरक्की की निशानी,
मगर यहां सुबह होती है बड़ी सुहानी ।।

सुनी हो गई है मेरी गांव की गलियां अब तो
ख्वाहिशो ने सब को शहर भेज दिया ।।

अपनी जवानी से लड़कपन लौटा देने की फरियाद करता हूं,
मेरी गांव की मिट्टी है तुझे रोज याद करता हूं ।।

हसीन वादियों में जब चलती है
हवा की मतवाली
लारा के झूम उठते हैं
सरसो और गेहूं की बाली ।।

सुंदर चेहरा देखकर फिसलता नहीं
गांव का इश्क है जनाब
हर रोज बदलता नहीं है ।।

कभी पूछो अहमियत मेरे गांव की उनसे
चार पैसे कमाने जो इसे छोड़ कर गए हैं,
गली गली में थे यार दोस्त उनके
ना जाने कितने दिलो को वो तोड़ कर गए हैं ।।

खूब रंग बिरंगी तेरे शहर की
पर मेरे गांव की
सुनी तनहायाँ मिटा देती हैं ।।

शहर की हाय हैलो से गांव का
राम राम ठीक है,
दो गज पक्के कमरों से
गांव का कच्चा मकान ही ठीक है ।।

गांव में चलती है हसीन हवाएं,
दम हो तो कोई इस तरह का मशीन बनवाएं ।।

शहर में कहा मिलता है वो
सुकून जो मेरे गांव था
जो मां की गोदी और नीम की छांव मे था ।।

बस फसल खराब है मेरी गांव की,
इंसानी नस्लें खराब है तेरे शहर की ।।

Famous Quotes About Village Life

यू पुरखों की जमीन बेचकर
ना जाया करो…
कब छोड़ना पड़ जाऐ शहर,
इसलिए गांव में भी घर बनाया करो ।।

गांव की गलियों ने भी पहचानने से
इंकार कर दिया,
क्यों किसी से ज्यादा दिन दूर रहना
अच्छा नहीं होता ।।

मेरे गांव की मिट्टी की, खुशबू
शहर के फूलों से बेहतर है,
बस इस आमदनी की मशक्कत में
सकुनियत लुटा बैठे ।।

यह चिलचिलाती धूप में मां का दुपट्टा
याद आता है,
शहर में दम घुटता है…
लोगों को गांव की याद आती है ।।

गांव में डुबे थे शहर के ख्यालों में,
अब नशे में डूब कर गांव का याद करते हैं ।।

चमक चांदनी सब खो गई है यूं ही,
जब से वह शायर गांव छोड़कर आया ।।

कुछ अलग ही खुशी मिलती है मेरे गांव में
वहां की बहती हवाओ से,
वहा रह लोगे मेरी प्रति लगाओ से ।।

लोगों के लिए यह मकान कच्चा होगा,
हमने तो अपने इरादे यही पक्के किए थे ।।

अरे साहब गांव के बच्चे बड़े क्या हुए,
मिट्टी के घर और मां-बाप पराए हो गए ।।

शहर के रंग बिरंगे मकानों की जाल में,
मेरा बेरंग गांव में घर ढूढ़ पाओगी ।।

अभी गांव में शाम को बैठा करते थे,
हमको भी हालातो ने बाहर भेजा है ।।

Shayari On Village Life In Hindi

लोग उसी गांव में लौट रहे हैं,
जिस पर आरोप था
कि यहां रहोगे तो भूखे मर जाओगे ।।

ऐसे ही नहीं मिल जाता साहब
भोजन अपनी थाली में
कोई जागता है महीनों अपनी
फसलों की रखवाली में ।।

गांव पे आज भी दो रोटी खाते हैं,
भूखे पेट तो शहरो में हैं ।।

जहां कुदरत की अपनी छांव है,
जिसे अपना कह सकूं वह अपना गांव हैं ।।

गलतियां की उदासी पूछते हैं,
घर का सन्नाटा कहता है
इस शहर का रहने वाला हर शख्स…
क्यों दूसरे शहर में रहता है ।।

घर कच्चे मिलेंगे गांव में मगर,
दिल पक्के ना मिले तो बताना ।।

किस बात की तू गरूर करती है,
मेरी गांव की हवा ही तेरे शहर से गुजरती हैं ।।

भीड़ में खड़े हैं तन्हा हो गए,
गांव में शकुन शहरों में खो गए ।।

जब जब सुकून की जरूरत पड़ी
शहर से गांव हुई है जिंदगी ।।

मतलबी लोग से तो अच्छे तो दुश्मन है,
सुविधाएं कम है लेकिन
मेरा गांव शहर से अच्छा है ।।

बचपन में गांव से…
शहर आने में खुशी मिलती थी,
बड़े हुए तो शहर से गांव
आने में खुशी मिलती है ।।

गांव खाली हो गए
शहर की वजह से लेकिन
आज भी लाखों बीमारियां ठीक हो जाती है,
गांव की हवा से..।।

My Village Nature Quotes

ये गांव वाली भी शाम ऐसे ही,
खूबसूरत नहीं होती साहब…
उनमें सारा बचपन कुर्बान हुआ है।।

छोड़कर ऐसी और कूलर,
पीपल की छांव चलते हैं,
शहर से जी भर गया चलो
अब गांव चलते हैं ।।

गांव का पंछी हूँ शहर मुझे रास नही जाएगा,
मैं ठोकर खाकर गिर लूंगा तो…
कोई उठाने नहीं जाएगा ।।

शहर के बच्चे किताब के पेड़ मे
पड़े झूले को देख सकते हैं,
मगर गांव के बच्चे उस झूले में झूल कर
एक अनमोल खुशी महसूस कर सकते हैं ।।

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